मास्टर बेडरूम दक्षिण पश्चिम कॉर्नर में ही होना चाहिए
भारतीय जनमानस की मन में याद धारणा है की मास्टर बेडरूम हमेशा दक्षिण पश्चिम को में ही होना चाहिए और यदि मास्टर बेडरूम दक्षिण पश्चिम कौन में नहीं है तो इसे महत्वपूर्ण वास्तु दोष माना जाता है इस धारणा को सही साबित करने के लिए हमारे कुछ ज्योतिषी और वास्तु शास्त्री ने वास्तविक वीडियो में रेखाचित्र बनाकर के लोगों को समझने की कोशिश की है कि ऊर्जा ईशान कोणों से होकर नृत्य को की ओर जाती है और पलट करके पुनः ईशान कोण की ओर ही आती है और जब यह ऊर्जा प्रवाहित हो तब तक इसकी गति धीमी हो जाती है इससे आपके घर के मुखिया जो सामान्य बुजुर्ग होते हैं उन्हें सांस लेने में आसानी होती है वास्तु शास्त्र के अनुसार घर का दक्षिण पश्चिम भारी होना चाहिए और सिर्फ इसी कारण से हमारे वास्तविक वास्तु के सिद्धांत के आधार पर कुछ लोग कमर जो भी घर का गार्जियन है उनका कमरा दक्षिण पश्चिम में दे दिया जाता है इसके पीछे वास्तविक अन्य जोशी मनुष्यों का एक तर्क है कि घर का मुखिया उम्र में अधिक होने के कारण भारी होता है और नृत्य को में इनका कैमरा होने के कारण नृत्य को अपने आप ही भारी हो जाता है जबकि वास्तु शास्त्र के प्रमाणित प्राचीन ग्रंथो में जो जानकारियां दी गई है उसके अनुसार संकट दक्षिण दिशा में होना चाहिए और नृत्य को भारी समान मेंटेनेंस औजार रखती और सीडीओ के लिए निर्धारित किया गया है अर्थात दक्षिण पश्चिम को में बेडरूम होना इतना आवश्यक नहीं है कि उसको बहुत बड़ा मुद्दा बनाया जाए.
पंडित दीपक पांडे ने बताया कि
वास्तु शास्त्र तो यहां है कि दक्षिण दिशा में सर और उत्तर दिशा में पैर रखकर के सुना स्वास्थ्य के लिए उत्तम माना गया है हमारी प्राचीन ग्रंथो के अनुसार वास्तु शास्त्र निर्माण की योजना में कुछ चार्ट बनाए जाते हैं उसे पर देखेंगे कि घर के मध्य भी आंगन होता था चारों ओर अलग-अलग कमरे और उनका उपयोग किस प्रकार करना है उसकी जानकारी शास्त्रों में दी गई है उसमें संकट केवल दक्षिण दिशा में ही दर्शाया गया है जो कि व्यावहारिक रूप से सही भी है आदमी आंगन से होता हुआ उत्तर दिशा से दक्षिण दिशा में स्थित अपने बेडरूम में जाएगा जहां सामने पलंग होगा और वहां पर दक्षिण दिशा में सर रख करके सो सकेगा अर्थात महत्वपूर्ण बात यह है कि दक्षिण दिशा में सर और उत्तर दिशा में पर रख करके सोना वास्तु की वास्तु शास्त्र के मुताबिक होता है जिस तरह आज बढ़ती हुई आबादी के कारण घरों के आकार छोटे होते जा रहे हैं ऐसे में दक्षिण दिशा में एक बेडरूम बनाना मुश्किल हो जाता है ऐसी स्थिति में आप घर की किसी भी कोने में सी तो अच्छे स्वास्थ्य के लिए आप अवश्य कोशिश करें कि आपका से रहना सोते समय दक्षिण दिशा की ओर होना चाहिए और पर उत्तर दिशा की ओर इसीलिए मास्टर बेडरूम को हमेशा दक्षिण पश्चिम को में होना जरूरी कहा गया क्योंकि वास्तु शास्त्र के ऐसे किसी भी प्रमाणित ग्रंथ में ऐसी कोई बात नहीं लिखी है कि वहीं पर ही होना चाहिए जहां पर भी बात होती है बात यह होती है कि लेते समय सी रहना दक्षिण की ओर हो और पर उत्तर की हो मैं कानपुर से पंडित दीपक पांडे ज्योतिषी व वास्तु शास्त्र विशेषज्ञ
९३०५३६०३८२
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