दंडाधिकारी शनि ग्रह का परिवर्तन पंडित दीपक पांडे
- deepak9451360382
- Mar 25
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सेवा में
संपादक जी
विषय.शनि ग्रह का परिवर्तन कराएगा नेतृत्व परिवर्तन
महोदय. दंडाधिकारी शनि ग्रह 29 मार्च 2025 को रात्रि कल 9:54 पर शनि देव का प्रवेश मीन राशि में होगा तत्कालीन चंद्रमा उसे समय रेवती नक्षत्र मीन राशि पर स्थित रहेगा दंडाधिकारी शनि ग्रह एक राशि पर 30 महीने रहते हैं जो की 3 जून 2027 तक रहेंगे उक्त जानकारी कानपुर के पंडित दीपक पांडे ने डी की यह कालखंड देश के लिए चुनौती पूर्ण रहेगा उक्त कालखंड में भारत तरक्की करेगा भारत को विकसित देशों की श्रेणी में गिना जाएगा भारत की कई उपलब्धियां विश्व में एक नई ऊर्जा का संचार होगा विश्व के सभी देश अपनी भौगोलिक स्थितियां का अध्ययन करेंगे उससे प्रतीत होता है की ऊंचे स्तर पर सीमा विवाद सामने आएंगे
भारती ज्योतिष के दृष्टिकोण से देखें तो यह विशेषता राष्ट्र को समर्पित है
भारत विज्ञान और तकनीकी के क्षेत्र में विशेष तरक्की प्राप्त करेगा
भारत की लोकतंत्र के मंदिरों में अर्थात संसद भवन और विधानसभा भवन में मर्यादाओं का उल्लंघन होता नजर आएगा जो दल राजनीति में अनुशासन के लिए जाने जाते हैं उनमें भी अनुशासनहीनता की प्रवृत्ति आएगी प्रमुख राजनीतिक पार्टियों के नेतृत्व में आश्चर्यजनक परिवर्तन होगा जिससे राजनीति की पंडितों को आश्चर्य होगा धर्म और राजनीति के योग बनेंगे
आश्चर्य नहीं होगा की कम से कम पांच राज्यों के मुख्यमंत्री तो अपनी सत्ता छोड़नी पड़ेगी
कुंभ राशि से मीन राशि के प्रवेश के 30 दिनों के अंतराल स्थानांतरण की भरमार हो जाएगी राजनीति में तूफान सी स्थिति निर्मित होगी अब धर्म की राजनीति नहीं चलेगी जनता धर्म के वैज्ञानिक एवं कल्याणकारी पक्ष का चिंतन करेगी शनि प्रजातंत्र का कारक है और वह भी कुंभ राशि से मीन राशि पर जा रहा है
भारत की विदेश नीति में कोई बड़ी उपलब्धि होगी तो महिलाओं के मामले में यह यह कालखंड उपलब्धि कारक रहेगा सत्ता पर महिलाओं का व्यापक प्रभाव रहेगा
दूरसंचार एवं पत्रकारिता खेल एवं सूचना तकनीकी का विस्तार के लिए सरकार कोई महत्वपूर्ण कदम उठा सकती है
आश्चर्य नहीं होगा जब हम भारत की महान विभूति को खो सकते हैं राजनीति क्रिकेट और फिल्म जगत थी हो सकता है
कैसा रहेगा विभिन्न राशियों के लिए मीन राशि के लिए एकादशी भाव का शनि शुभ है लंबी बीमारी से ग्रस्त लोगों के स्वास्थ्य में लाभ होगा नए पद एवं अधिकार में वृद्धि होगी जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा वह धन की प्राप्ति होगी जीवनसाथी संतान का सुख प्राप्त होगा
वृष राशि दशम भाव में शनि शुभ है श्रम व संघर्ष की स्थिति बनेगी समय-समय पर धन प्राप्ति होती रहेगी आर्थिक सफलता होते हुए भी संपत्ति नुकसान का भी भय बना रहेगा व्यक्तित्व आत्मनिर्भर होगा
मिथुन राशि. नवम शनि पूजनीय है अपने से छोटे लोगों के अवज्ञा करने से मानचित्र आसान होगा मान सम्मान में कमी होगी तीर्थाटन निष्प्रयोजन होने से असंतोष एवं धर्म के प्रति आस्था होगी कलह एवं व्याधियों से जीवन दुखी होगा
कर्क राशि. अष्टम शनि अशुभ है कष्ट वाद विवाद की स्थिति बनेगी राज की पद से विरोध का सामना करना पड़ेगा महिलाओं को कष्ट स्वास्थ्य में कमी गड़बड़ी एवं अत्यंत अशुद्धता वालों को जीवनसाथी को वियोग सहना पड़ेगा
सिंह राशि. सप्तम शनि पूजनीय है आर्थिक समस्याओं से छुटकारा रुके हुए धन की प्राप्ति और आय में वृद्धि होगी लेकिन दुख और विवाद से मन अशांत रहेगा
कन्या राशि. छठी शनि शुभ है यश कीर्ति तथा कार्य में लाभ एवं सफलता मिलेगी रोगों से छुटकारा मिलेगा एवं स्वास्थ्य उत्तम रहेगा अनेक तरह के उत्तम भोगों की प्राप्ति होगी शत्रु पक्ष निर्बल होकर के परास्त होंगे
तुला राशि. पंचम शनि पजनी है परिश्रम एवं संघर्ष से ही कार्य में सफलता संभव है कुसंगत से बुद्धि विवेक नष्ट होगा धर्मपत्नी से संबंध तनाव की स्थिति तक जा सकते हैं आर्थिक पक्ष कमजोर होकर के अशुभ दशा वालों के लिए चिंतनी है
वृश्चिक राशि. चतुर्थ शनि अशुभ है दुख एवं विवाद की स्थिति बनाएगा सामाजिक एवं राजकीय पद से सहयोग एवं विरोध प्राप्त होगा आर्थिक अभाव प्रबल रूप ले सकता है नौकरी वालों को स्थान परिवर्तन संभव है
धनु राशि. तीसरा शनि श्रेष्ठ है लेकिन सम संघर्ष की स्थिति बनी रहेगी कभी-कभी चिंता वाह की अधिकता और असफलता से कष्ट मिले ससुराल पक्ष से जीवनसाथी से वाद विवाद पिता से असंतोष मिलेगा
मकर राशि. द्वितीय शनि पूजनीय है यह साडेसाती की अंतिम भैया है इसमें स्थान परिवर्तन की बहुत अधिक संभावना है परेशानियां भारी मात्रा में आएंगे
कुंभ राशि. शनि पजनी है साडेसाती के बीच की भैया है शनि का रजत पथ कष्टप्रद है अतः सुख-दुःख समान रूप से चलते रहेंगे मानसिक शक्ति कमजोर होगी जीवनसाथी व अपने घनिष्ठ कुटुंबियों से विवाद उत्पन्न होगा
मीन राशि. द्वादश भाव का शनि अशुभ है परेशानियां और कष्ट बने रहेंगे आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा में कमी मान सम्मान में कमी आर्थिक हानि और परिवार में तनाव संतान पक्ष को व्याधियों से कष्ट
पंडित दीपक पांडे ने बताया कि उक्त कालखंड में वर्षा खंड था प्राकृतिक प्रकोपों का भी सामना करना पड़ेगा भूगर्भ से जुड़ी प्राकृतिक आपदाएं या भूकंप का कारण बन सकती है आम जनमानस लोगों को एवं नौकरी वर्ग के लोगों को वह आम जनमानस के कष्ट तुम यथावत ही रहेंगे मैं जून कठिनाई दायक है किंतु सरकार कठिनाइयों से उबर जाएगी
मोबाइल फोन कंपनी प्रति स्पर्धा के कारण शासन के खिलाफ संयुक्त मोर्चा खुल सकती है रेलों की सुरक्षा एवं दुर्घटना से बचाव की राजनीति की आधुनिक तरीके बनाने पर जोर देना चाहिए केंद्र की राजनीति में आने के कारण रेल हादसा हो सकता हैपर शासन आम जनमानस के लिए यथावत थी कष्ट रहेंगे
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